डी एम टिहरी सौरभ गहरवार ने समीक्षा बैठक में मानसुन सत्र प्रारंभ होने से पूर्ब संपूर्ण व्यवस्थाओं को समय से पूर्ण करने के सम्बन्धित अधिकारियों को दिये निर्देश।

पहाड़ की दहाड़ –आगामी मानसून सत्र अवधि में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत विभागीय आवश्यक व्यवस्थाओं एवं तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल डॉ. सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के समस्त संबंधित अधिकारियों को मानसून सत्र प्रारम्भ होने से पूर्व ससमय सम्पूर्ण व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून सत्र में किसी भी अधिकारी का फोन स्विच ऑफ न हो तथा छुट्टी जाने से पहले अधिकारी अवगत करायेंगें।
जिला कलेक्ट्रेट सभागार नई टिहरी में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा क्रमवार मानसून सत्र को लेकर सभी संबंधित विभागों द्वारा की गई व्यवस्थाओं एवं तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। अधिशासी अभियन्ता सिंचाई खण्ड नरेन्द्रनगर के बैठक में उपस्थित में न होने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत व्यापार मण्डल एवं अधिकारियों के साथ अपने स्तर से भी बैठक कराने के निर्देश दिये गये। साथ ही सभी प्रधानों के सम्पर्क नम्बर एवं समस्त व्यवस्थाओं से संबंधित सूची भी रखने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने जनपद के समस्त एसडीएम एवं रेखीय विभागों के संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि संवदेनशील भूस्खलन वाले जोन, डम्पिग जोन, स्थाई/अस्थाई हैलीपैड, जेसीबी लोकेशन एवं ऑपरेटर के फोन नम्बर, सड़क अवरूद्ध होने की स्थिति में वैकल्पिक मार्ग को चिन्ह्ति करने, राहत शिविर चिन्ह्किरण, ड्रैनेज व्यवस्था, आपदा सम्भावित/प्रभावित दीवार/घर /परिवार को चिन्ह्ति कर समयार्न्तगत आवश्यक कार्यवाही कर सभी तैयारियों पूर्ण कर लें। साथ ही इसकी सूची जिला आपदा कन्ट्रोल रूम, तहसील कन्ट्रोल रूम एवं जिला कार्यालय को भी उपलब्ध करायें।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपदा सम्भावित प्रभावित परिवारों की मैपिंग कर ली जाय, सैटेलाईट फोन रिचार्ज एवं क्रियाशील हो, नालियों की नियमित साफ-सफाई हो, खाद्यान्न, डीजल/पेट्रोल आदि की समुचित भण्डार व्यवस्था, सुचारू पेयजल एवं विद्युत व्यवस्था, सभी आवश्यक रिसोर्स व्यवस्था एवं चिन्ह्ति स्थान की सूची, नेट कनेक्टीविटी, बाढ़ चौकियां, स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्थाएं, पशुपालन, कृषि, सिंचाई, शिक्षा विभाग द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाएं, ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिये। कहा कि साइनेज बोर्ड समयान्तर्गत स्थापित कर लिये जायं तथा उसमें सम्पर्क अधिकारी का फोन नम्बर अवश्य अंकित हो। संबंधित विभागीय अधिकारी आपदा के समय रोड़ पर आये मलवा को तत्काल हटाने की कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे। कहा कि सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत सभी तैयारियां दूरस्त हो, ताकि आपदा के समय कम से कम समय में आपदाओं से निपटा जा सके। इसके साथ ही नदियों के जल स्तर की निरन्तर समीक्षा करने, मौसम पूर्वानुमान व चेतावनी के प्रचार-प्रचार करने, जनपद में घटित आपदाओं की सूचना ससमय राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र को उपलब्ध कराने, टिहरी जलाशय एवं जल प्रवाह की स्थिति की सूचना जनपद एवं राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र को नियमित रूप से प्रेषित करने, आदि सभी व्यवस्थाएं ससमय पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ ही जिलाधिकारी द्वारा सभी एसडीएम एवं विभागीय अधिकारियों को विभागीय परिसम्पितियों में किये गये अतिक्रमण को चिन्ह्ति कर विवरण सहित सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।
इस मौके पर एडीएम के.के. मिश्र, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग एन.पी. सिंह, सीएमओ मनु जैन, एसडीएम नरेंद्रनगर देवेंद्र नेगी, देवप्रयाग एस डी एम सोनिया पंत, घनसाली एस डी एम के.एन. गोस्वामी, प्रतापनगर एस डी एम प्रेमलाल, धनोल्टी एस डी एम लक्ष्मी राज चौहान, टिहरी एस डी एम अपूर्वा सिंह सहित रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।