पहाड़ की दहाड़ –मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विकास भवन, पौड़ी में एन.सी.सी. कैडेट्स व अन्य प्रतिभाशाली स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ ‘क्यों होता है गाँव से पलायन’ विषय पर संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के लिए पलायन एक बड़ी चिंता का विषय है। कई गांव का खाली होना राज्य एवं देश की सुरक्षा के लिए खतरा भी है। राज्य सरकार बड़े स्तर पर रिवर्स माइग्रेशन पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लोगों को रोजगार एवं स्वरोजगार प्रदान कर गांव में रोकने का कार्य किया जा रहा है। लोगों का रुझान लगातार होम स्टे की ओर बढ़ रहा है। राज्य सरकार होम स्टे को लगातार बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन गांव से पलायन रोकने में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में युवाओं को सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष कैंपों का आयोजन किया जाए। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष शान्ति देवी, विधायक पौड़ी राजकुमार पौरी, विधायक यमकेश्वर श्रीमती रेनू बिष्ट, गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष प. राजेन्द्र अंथवाल, सदस्य पलायन आयोग वीरेंद्र सिंह रावत सहित अन्य गण मान्य उपस्थित रहे
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने “क्यों होता है गॉव से पलायन ” विषय पर किया संवाद
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सरकार का ध्यान पलायन पर रोक तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के श्रोत उत्पन करना, एवम उन्हें धरातल पर जल्दी से जल्दी उतारना। सरकार की जिम्मेदारी है। इसलिए माननीय गणों चुन कर सरकार में भेजा गया है। न कि केवल अपने परिवार एवम रिश्तेदारों तक सीमित रहना। सारा राज्य आप लोगों का परिवार है। कोई भी जनता अब अगर बाहर जैसे देहरादून, दिल्ली, हरिद्वार, यूएस नगर या खटीमा, बनवेसा आदि शहरों की तरफ आता है तो उन्हें न आने दिया जाए। सारी जमीन खेती तो बिक गई है राशन पानी कहां से आएगा। और ये जमीदार जमीन बेच कर बन गए बिचौलिए। इस पर सरकार को प्रतिबंध लगाना चाहिए। तुरंत प्रभाव से।