जी-20 की बैठक के लिए विदेशी मेहमानों का पारम्परिक लोक संस्कृति के साथ हुआ स्वागत।

पहाड़ की दहाड़ –जनपद टिहरी के नरेंद्रनगर क्षेत्रांतर्गत आयोजित जी-20 बैठक की तैयारियां एवं व्यवस्थाएं लगभग पूर्ण कर ली गई हैं। बैठक के लिए विदेशी मेहमानों का जनपद में पहुंचना शुरू हो गया है। आज सुबह विदेशी डेलिगेट्स का एक ग्रुप जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुँचा, जहां उनका पारंपरिक रूप से तिलक व माला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान छोलिया नृत्य की पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर प्रस्तुति दी गई। कलाकारों को देखकर डेलिगेट्स खुद को नहीं रोक पाए और महिलाओं के साथ ही पुरुष डेलिगेट्स ने भी उत्तराखंड के गीत-संगीत पर कलाकारों संग सुंदर नृत्य किया। सभी मेहमान एयरपोर्ट पर हुई मेहमाननवाजी से काफी खुश एवं अभिभूत नजर आए।

“वसुधैव कुटुम्बकम” से प्रेरणा लेते हुए ‘वन अर्थ, वन फैमली, वन फ्यूचर’ थीम पर आधारित जी-20 सम्मेलन की बैठकें भारत के अलग अलग शहरों में आयोजित की जा रही है। बैठकों में जी-20 में शामिल देश भारत, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपियन यूनियन, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिसिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के विशेषज्ञ प्रतिभाग कर रहे हैं।

उत्तराखंड को भी यह सौभाग्य मिला और उत्तराखंड में तीन बैठके प्रस्तावित की गई, जिसमें से एक बैठक का सफल आयोजन रामनगर में हो चुका है और दूसरी बैठक 25 से 27 मई, 2023 तक जनपद टिहरी के नरेंद्रनगर में एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की होगी। इस दौरान डेलीगेट्स द्वारा ओणी गांव का भ्रमण भी किया जायेगा, जहां वे उत्तराखंड की आदर्श पारंपरिक संस्कृति से रूबरु होंगे। इस दौरान उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं और वाद्य यंत्र कलाकारों द्वारा विदेशी मेहमानों का स्वागत किया जायेगा। तत्पश्चात मेहमानों द्वारा आंगनवाड़ी केंद्र, पंचायत भवन, वन विभाग के म्यूजियम, मिल्क कलेक्शन सेंटर, प्राथमिक विद्यालय का भ्रमण कर निर्धारित स्थल पर भोजन किया जायेगा। इस दौरान विदेशी मेहमान उत्तराखंड की संस्कृति, प्राकृतिक नैसर्गिक सुंदरता एवं ग्रामीण माहोल से अवगत होंगे।