मालिकाना हक के लिए घर बचाओ संघर्ष समिति ने एस डी एम घनसाली के माध्यम से मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भेजा ज्ञापन।


पहाड़ की दहाड़ —प्रदेश सरकार के अतिक्रमण हटाने के फरमान पर पहाड़ों के छोटे कस्बे जो अब नगर पंचायत का स्वरूप ग्रहण कर चुके है वंहा पर वर्षो से घर बनाकर पलायन न कर अपना जीवन चला रहे लोगों को नोटिस देकर घर तोड़ने का फरमान से क्षेत्र वासियों में गंभीर आक्रोश व्यापत है घनसाली तहसील के हनुमान मंदिर घनसाली में “घर बचाओं संघर्ष समिति घनसाली-चमियाला ” की एक आम जनसभा बैठक आहूत की गयी, जिसमें पूर्ब की बैठक की कार्यवाही की समीक्षा कर कार्यकारणी का विस्तार करते हुए संरक्षक- श्री पुरुषोत्तम भंडारी, सहसंरक्षक- श्री किशन सिंह नेगी, अध्यक्ष- श्री जसवीर सिंह नेगी, उपाध्यक्ष- श्री विकास सेमवाल, सचिव- श्री विनोद लाल शाह, कोषाध्यक्ष- श्री देवसिंह बिष्ट, सहसचिव- श्री जगतराम शाह, मीडिया प्रभारी- श्री मनोज रमोला, महिला उपाध्यक्ष- श्रीमती पूर्णा देवी, महिला संगठन मंत्री-श्रीमती माला देवी, महिला प्रचार मंत्री – श्रीमती दर्शनी देवी, महिला सहसचिव- श्रीमती पदमा देवी, महिला संगठन सचिव- श्रीमती अनिता बडोनी पदो पर चयन सर्वसम्मति से किया गया और बैठक में चर्चा उपरांत समिति ने निर्णय लिया, कि माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार एवं महामहिम राज्यपाल उत्तराखण्ड गणराज्य को ज्ञापन दिया जायेगा, कि जिस प्रकार से सितारगंज में बंगालियों को, रोहगियों, शरणार्थियों को भूमि का मालिकाना हक दिया गया है, उसी तर्ज पर उत्तराखण्ड के मूलनिवासियों और पहाड़ी क्षेत्रों के वासिदों को भी वर्ग-4, वर्ग-9, नजूला भूमि, आबादी भूमि इत्यादि का कब्जा, काश्तकारी भवन स्वामियों को मालिकाना हक दिया जाना ही न्यायसंगत होगा।घर बचाओ संघर्ष समिति के एक शिष्ट मण्डल ने उपजिलाधिकारी घनसाली के माध्यम से मुख्यमंत्री उतराखंड व राज्यपाल को ज्ञापन दिया।
बैठक में श्री जसबीर नेगी,श्री पुरषोत्तम भंडारी, श्री मनोज रमोला, श्री विनोद लाल शाह ,श्री बेलीराम कंसवाल, श्री कर्ण सिंह भंडारी, श्री कौर सिंह, श्री जगदीश शाह, श्री राजेन्द्र सिंह, श्री मणीचन्द राणा, श्री पालीराम, श्री पवन सिंह, श्री महावीर प्रसाद सेमवाल, श्री धन सिंह, श्री रामलाल निराला, श्री सूरवीर सिंह, श्री आर०बी०सिंह, श्री शक्ति सिंह, श्री प्रेमलाल शाह, श्री पुन्नू लाल, श्री डी०पी० मैठाणी, श्री मोहन सिंह, श्री गोपीकिशन, श्री हुकम सिंह, श्री अमन राणा, श्री अत्तर सिंह, श्री राजेन्द्र नाथ, श्रीमती सरस्वती देवी, श्रीमती दरबा देवी, श्रीमती अंजली देवी, श्रीमती रीमा देवी (सभासद), श्री सोहन सिंह, श्री परमानंद आदि कई लोगों ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार को पहाड़ी क्षेत्रों में वर्षो से घर बनाकर रह रहे लोगों के साथ न्याय कर उन्हे मालिकाना हक देना चाहिए।