भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए राज दरबार में सुहागिन महिलाओं ने निकाला तिलों का तेल।
राज दरबार से बद्री धाम के लिए शुरू हुई भव्य गाडू घड़ा कलश शोभायात्रा।

पहाड़ की दहाड़ —सनातन धर्म व संस्कृति का केंद्र करोड़ों-करोड़ हिंदुओं के आस्था का केंद्र व धरती पर बैकुंठ धाम कहे जाने वाले भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए नरेंद्रनगर स्थित राज दरबार में नगर की सुहागिन महिलाओं द्वारा पीला वस्त्र धारण कर मूसल व सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया गया।
महारानी राज्य लक्ष्मी शाह के हाथों राजपुरोहित कृष्णप्रसाद उनियाल द्वारा विधान पूर्वक पूजा अर्चना संपन्न कराने के बाद, महारानी राज्य लक्ष्मी शाह एवं उनकी पुत्री क्षीरजा अरोड़ा की अगुवाई में व्रत धारी 70 से अधिक महिलाओं ने मूसल व सिलबट्टे से पौराणिक परंपरा अनुरूप तिलों का तेल निकाला।
इस दौरान राज दरबार को चांदनी ओढ़न व फूल-मालाओं से दुल्हन की तरह सजाया गया था।
तिलों का तेल पिरोने के बाद राजपाल जड़़धारी व रजनीश सकलानी की देख-रेख में तेल को आँच में विशेष जड़ीबूटियों के साथ विशुद्ध बर्तन में इस तरह पकाया गया ताकि तेल में पानी का अंश लेशमात्र भी न रहने पाय।तत्पश्चात पिरोया गया तिलों के तेल को मंत्रोच्चार के साथ गाडू घड़ा तेल कलश में परिपूरित कर दिया गया।
डिम्मर समुदाय के सरोल़ो (ब्राह्मणों) द्वारा तैयार भोग/प्रसाद तेल कलश पर चढ़ाने के साथ पूजा/अर्चना के बाद महाराजा मनु जयेंद्र शाह, महारानी राज्य लक्ष्मी शाह एवं पुत्री क्षीरजा अरोड़ा को प्रसाद स्वरूप भोग/प्रसाद ग्रहण कराकर व्रत तोड़ा गया।
इसी के साथ तेल पिरोने को आई सुहागिन महिलाओं एवं उपस्थित बालाओं को प्रसाद स्वरूप भोग वितरित किया गया।
विधिवत पूजा अर्चना के बाद महाराजा मनु जयेंद्र शाह द्वारा श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधियों को गाडू घड़ा तेल कलश सौंपते हुए भगवान बद्री विशाल से विश्व शांति,समृद्धि की कामना की गयी।
गोधूलि के समय विभिन्न प्रकाशीय रंगों से जग मगाते राजमहल के परिसर में तेल कलश शोभा यात्रा की भव्यता देखते ही बनती थी।
राज महल से श्री बद्रीनाथ धाम को प्रस्थान करती भव्य गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा फूल मालाओं से सुसज्जित रथ वाहन पर विराज मान थी। राजमहल से भगवान बद्री विशाल धाम की ओर ढोल-दमाउँ व गाजे-बाजे के साथ प्रस्थान करती भव्य गाडू घड़ा तेल कलश शोभायात्रा पर मौजूद श्रद्धालु पुष्प वर्षा करने के साथ,समूचा वातावरण भगवान बद्री विशाल की जयकारों से गूंज उठा।
श्री बद्रीनाथ डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के प्रतिनिधि राजेंद्र प्रसाद डिमरी,नरेंद्र प्रसाद, टीका प्रसाद, हैमचंद्र, मनोज, हरीश डिमरी, ज्योतिष डिमरी, प्रशांत डिमरी गाडू घड़ा तेल कलश के साथ भगवान बद्री विशाल धाम को रवाना हुए।
राजमहल से चलकर तेल कलश यात्रा ऋषिकेश स्थित चेला चैतराम धर्मशाला में रात्रि विश्राम करेगी।
इस मौके पर तिलों का तेल पिरोने वाली सुहागिन महिलाओं के अलावा सेवानिवृत्त मेजर मुरलीधर डंगवाल, राणा कर्ण प्रकाश जंग,राजेंद्र गुसाईं, पूर्व पालिका अध्यक्ष विमला नेगी, मालती भंडारी, सरिता कोठियाल ,उषा कैंतुरा,तूलिका डोगरा, हेमा राणा, लक्ष्मी मिश्रा, मीना भंडारी व कमला भंडारी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।