पहाड़ की दहाड़ —सनातन देवीय लोक संस्कृति के उत्सव बैशाख मास के बैसाखी पर्ब पर नदी व नदी संगमो पर देव डोली व निज्जा, निशान ओतारी, पुजारियों तथा धार्मिक लोगो के पर्ब स्नान के साथ प्रारंभ होता आया है।चार धाम के मध्य खतलिङ स्फटिक गलेशियर से निकलने वाली भिलंगना (भिर्गु)नदी के किनारे घुत्तु रघुनाथ मंदिर के नदी तट पर तथा भिलंगना नदी के किनारे पोराणिक आस्था के केंद्र केदार सदृश्य ज्योतिर्लिंग जलदेश्वर् महादेव जन्द्रूवाली जमोलना मे बैशाखी पर्ब पर गयारह गॉव भिलंग तथा गयारह गॉव हिंदाव् क्षेत्र की देवडोलियो, निज्जा निशान के साथ भक्तजन गंगा स्नान का पुण्य फल प्राप्त करते है। इस बार जिला पंचायत क्षेत्र देवलंग भिलंग के मुख्य बाजार घुत्तू में बैसाखी पर्व पर धूमधाम से मेला लगा. यहां बड़ी संख्या में उमड़े आसपास के जनसमूह ने भिलंग घाटी के इस लोकप्रिय मेले में ऐसी रंगबिरंगी छटा बिखेरी कि पहाड़ों के लोक उत्सवों की परंपरा जीवंत हो उठी।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्या श्रीमती सीता रावत ने कहा कि कोरोना काल के बाद इस बार उमड़े अपार जनसमूह ने इस मेले की भव्यता में चार चांद लगा दिए. उन्होंने कहा कि यहां इस बार मेले को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहा और बड़ी संख्या में दुकानें लगी, जिसमें स्थानीय दुकानदारों के अलावा बाहर से आए अस्थाई व्यापारियों को लाभ हुआ.
टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना के मुख्य बाजार घुत्तू में आयोजित होने वाला बैसाखी पर्व पर काफी लोकप्रिय है और यहां हजारों की संख्या में लोग मेले में आते हैं. इस बार भी मेले में बड़ी संख्या में लोग मेले में आए।इस अवसर पर स्थानीय देवडोलियों ने भिलंगना नंदी में स्नान कर भगवान रघूनाथ जी महाराज के मंदिर में लोगों को आशीष दिया।
घुत्तू मेले में दिन भर लोगों ने मेले का जमकर लुत्फ उठाया।जलेबी, पकोड़ी, आइसक्रीम, चूड़ी बिंदी से लेकर हर सामान की दुकानों पर देर शाम तक बाजार में भीड़ जुटी रही। इस मेले को जिला पंचायत सदस्या सीता रावत, व्यापार मंडल अध्यक्ष विजय उनियाल, चंद्र कण्डारी के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ताओं व जन प्रतिनिधियों ने सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समाजिक कार्यकर्ता भजन रावत ने थाना घनसाली व विभिन्न माध्यमों से मेला में सहयोग कर रहे सभी सामाजिक संगठनों का आभार प्रकट किया।